इन्हें पहचानो मेरी जान

इन्हें पहचानो मेरी जान
➖ ये लफ्ज के घोड़े पर सवार
किला फतह करते गये
और हम जो
किले की दिवार पर उगी दूब
खुद को किसी तरकीब में
बदल नहीं पाये

➖ इन्हें पहचानो मेरी जान
पहचानो खुद को और
तरकीब-ए-बदलाव को भी पहचानो

कोई टिप्पणी नहीं: